20-03-2018

20-03-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – संगदोष संशयबुद्धि बनाता इसलिए संगदोष में फंसकर कभी पढ़ाई नहीं छोड़ना, कहा जाता – संग तारे कुसंग बोरे” प्रश्न: बाप की कौन सी श्रीमत तुम्हें कौड़ी से हीरे जैसा बना देती है? उत्तर: बाप की श्रीमत है बच्चे घर गृहस्थ में रहते हुए कमल फूल समान … Continue reading 20-03-2018